राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान:

पंचायती राज मंत्रालय, भारत सरकार ने 13 अप्रैल 2022 को 2022-23 से 2025-26 तक 4 वर्षों के लिए संशोधित राष्ट्रीय ग्राम सभा अभियान शुरू किया। यह एक केंद्र प्रायोजित योजना है।

योजना का उद्देश्य :

1. ग्राम पंचायतों की क्षमताओं को बढ़ाने और पंचायतों को केवल 'कार्यान्वयन एजेंसियों' के बजाय स्थानीय स्वशासन और विकास इंजन की मजबूत इकाइयों के रूप में देखना।     2. संपूर्ण सरकार और संपूर्ण समाज दृष्टिकोण वाले इको-सिस्टम को अपनाना। राष्ट्रीय और स्थानीय आकांक्षाओं के साथ संरेखित क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण सामग्री को फिर से डिजाइन करना। 
3. क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण गतिविधियों के लिए संस्थानों के लिए उपयुक्त मानक स्थापित करना।
4. जमीनी स्तर पर सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण के लिए 9 विषयगत क्षेत्रों में प्रशिक्षण
5. नेतृत्व की भूमिका निभाने के लिए निर्वाचित प्रतिनिधियों की शासन क्षमताओं को मजबूत करना
   फंडिंग पैटर्न: 60 (केंद्रीय हिस्सा): 40 (राज्य शेयर)

योजना के घटक:

1. क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण
2. संस्थागत अवसंरचना और मानव संसाधन
3. सैटकॉम अथवा आईपी आधारित प्रौद्योगिकी आदि के माध्यम से दूरस्थ शिक्षा सुविधा।
4. पंचायत अवसंरचना के लिए सहायता
5. परियोजना प्रबंधन इकाई
6. ई-सक्षमता
7. नवाचारों के लिए समर्थन
8. आय विकास और आय वृद्धि के लिए परियोजना आधारित समर्थन
9. आईईसी गतिविधियां
10. कार्यक्रम प्रबंधन

पंचायती राज मंत्रालय, भारत सरकार की केंद्रीय अधिकार प्राप्त समिति (सीईसी) ने 31 जुलाई 2024 कोआयोजित अपनी 7वीं बैठक में वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 37.02 करोड़ रुपये की वार्षिक कार्य योजना को मंजूरी दी है।